अंधकार से प्रकाश कि ओर जिज्ञासा जगाओ – प्रवर्तक विजय मुनि
अंधकार से प्रकाश कि ओर जिज्ञासा जगाओ
– प्रवर्तक विजय मुनि
मनुष्य के जीवन में जिज्ञासा सदैव जगनी चाहिये जिज्ञासा ही विकास का मार्ग है जिज्ञासा के बिना हम भूल गये कि मैं कोन हूं दिन-हिन हूं या शक्तिशाली हम अपनी शक्ति को नहीं पहचान पा रहे है हम चिन्तन करें अन्दर से अपनी जिज्ञासाओं को जगाये रखे- महापुरूषों को जिज्ञासा से ही केवल ज्ञान हुआ है।
यह प्रेरक प्रवचन सलाहकार सुरेश मुनि जी महाराज की जन्म जयंती पर बोलते हुए प्रवर्तक विजय मुनि जी म.सा. ने धर्म सभा में व्यक्त किये।
आपने आगे कहा कि श्रद्धा का बल जिसके पास है वही सफल है श्रद्धा के बिना काई काम होता नहीं है। श्रद्धा, विश्वास, ओर आस्था अलग-अलग है। श्रद्धा रखने वाला कभी डूबता नहीं विश्वास ओर आस्था कभी भी डूब सकती है जिसमें श्रद्धा का बीज पड़ जाये वह मोक्ष भी जा सकता है।
श्रद्धा जगाओं श्रद्धा का बल मजबूत होता है। हमारी अटूट श्रद्धा हमारे तीर्थंकर भगवन्तों पर होनी चाहिये।
संघ की और से महामंत्री रमेश भंडारी ने कहा कि कल उपाध्याय केवल मुनि जी महाराज की 111 वी जन्मजयंती मनाई जाएगी।
फ़ोटो- उपाध्याय केवल मुनि जी महाराज का
धर्मसभा का संचालन मुख्य संयोजक प्रकाश भटेवरा ने किया
आभार – अशोक मंडलीक ने व्यक्त किया।