मानव सेवा व जीवदया के महान प्रेरक रहे पूज्य मरूधर केसरीजी-कंचनकंवरजी म.सा. बापूनगर महावीर भवन में सामूहिक एकासन के साथ गुरू द्वय जन्म जयंति समारोह का आगाज - Jinshashansandesh
मानव सेवा व जीवदया के महान प्रेरक रहे पूज्य मरूधर केसरीजी-कंचनकंवरजी म.सा. बापूनगर महावीर भवन में सामूहिक एकासन के साथ गुरू द्वय जन्म जयंति समारोह का आगाज
मानव सेवा व जीवदया के महान प्रेरक रहे पूज्य मरूधर केसरीजी-कंचनकंवरजी म.सा.
बापूनगर महावीर भवन में सामूहिक एकासन के साथ गुरू जन्म जयंति समारोह का आगाज
भीलवाड़ा, 17 अगस्त। श्रमण सूर्य, मरूधर केसरी पूज्य मिश्रीमलजी म.सा. की 134वीं जयंति एवं एवं लोकमान्य संत शेरे राजस्थान रूपचंदजी म.सा. की 97वीं जयंति के उपलक्ष्य में दो दिवसीय गुरू द्वय जन्म जयंति समारोह का आगाज श्रमण संघ के प्रथम युवाचार्य पूज्य श्री मिश्रीमलजी म.सा.‘मधुकर’ के प्रधान सुशिष्य उप प्रवर्तक पूज्य विनयमुनिजी म.सा.‘भीम’ की आज्ञानुवर्तिनी शासन प्रभाविका पूज्य महासाध्वी कंचनकुंवरजी म.सा. आदि ठाणा के सानिध्य में महावीर भवन बापूनगर श्रीसंघ के तत्वावधान में सामूहिक एकासन आराधना के साथ हुआ। समारोह के दूसरे दिन रविवार को आनुपूर्वी जाप होगा। समारोह में महासाध्वी कंचनकुंवरजी म.सा. ने कहा कि मानव सेवा व जीवदया के लिए समर्पित पूज्य मरूधर केसरीजी म.सा. का श्रमण संघ के निर्माण में बहुत सहयोग रहा ओर वह श्रमण संघ के प्रमुख निर्माताओं में से एक थे। वह भक्तों के मध्य कड़क मिश्री के नाम से भी प्रख्यात थे। उनके रोम-रोम में प्राणी मात्र के प्रति दया के भाव समाए हुए थे ओर उन्होंने जीव दया के लिए जो प्रेरणा दी उससे लाखों जीवों को अभयदान मिला। उनकी प्रेरणा से कई गौशालाओं, छात्रावासों व औषधालयों का निर्माण हुआ जो आज भी संचालित है। ऐसे महान संतो ंके जीवन से हम जितनी प्रेरणा ग्रहण करे वह कम है। प्रखर वक्ता साध्वी डॉ.सुलोचनाश्री म.सा. ने कहा कि पूज्य गुरूदेव मरूधर केसरी मिश्रीमलजी म.सा. का श्रावक समाज के साथ साधु समाज पर भी बहुत उपकार है। उन्होंने अपना पूरा जीवन जिनशासन की प्रभावना व धर्म की भक्ति में समर्पित कर दिया। उनके गुणों के कुछ अंश भी हम अपने जीवन में आत्मसात कर सके तो ऐसे महापुरूष का गुणगान करना अधिक सार्थक हो जाएगा। मधुर व्याख्यानी डॉ. सुलक्षणाश्री म.सा. ने भजन के माध्यम से पूज्य मरूधर केसरीजी के जीवन चारित्र के बारे में बताते हुए प्रेरणा प्रदान की। धर्मसभा में प्रेमचंद गुगलिया व शांता लोढ़ा ने भी भाव अभिव्यक्ति की। धर्मसभा में प्रश्नमंच भी हुआ जिसमें वरिष्ठ श्रावक विमलचंदजी पुनामिया ने पूज्य गुरूदेव के जीवन से जुड़े प्रश्न पूछे। श्रीसंघ के संरक्षक लादूलाल बोहरा ने बताया कि गुरू द्धय जयंति समारोह के पहले दिन कई श्रावक-श्राविकाओं ने एकासन व्रत की आराधना रखी। रविवार को सुबह 8.40 बजे से आनुपूर्वी जाप का आयोजन होगा। प्रवचन के बाद आनुपूर्वी प्रतियोगिता भी होगी। मरूधर केसरीजी म.सा. के जन्मदिन पर पूज्य महासाध्वीवृन्द की प्रेरणा से जीवदया के लिए भी राशि एकत्रित की गई। एकत्रित हुई राशि गौशाला में भिजवाई जाएगी। धर्मसभा का संचालन बापूनगर श्रीसंघ के मंत्री अनिल विश्लोत ने किया। धर्मसभा में कांकरोली,आसीन्द, सूरत आदि स्थानों से पधारे श्रावक-श्राविकाएं भी मौजूद थे। सामूहिक एकासन की व्यवस्था में श्रीसंघ के महामंत्री दलपत सेठ,श्री पार्श्वनाथ नवयुवक मण्डल के अध्यक्ष राजेंद्र सेठिया सहित श्रीचंदनबाला महिला मण्डल, श्री पार्श्वनाथ नवयुवक मण्डल, श्री बसंत बालिका मण्डल के सदस्यों का भी भरपुर सहयोग प्राप्त हुआ। सामूहिक एकासन के लाभार्थी विमलचंदजी, दीपकजी,वैभवजी पुनामिया परिवार रहा। चातुर्मास के तहत प्रतिदिन सुबह 9 से 10 बजे तक प्रवचन हो रहे है। प्रतिदिन दोपहर 2 से 3 बजे तक नवकार महामंत्र का जाप भी महावीर भवन के प्रांगण में हो रहा है।