मां की ममता छोटी पड़ गई बड़ा हो गया रुपैया एक मार्मिक लघु नाटिका श्रवण संघ परिवार के बच्चों ने आज जय आनंद मधुकर रतन भवन बांधा तालाब दुर्ग में प्रस्तुत की आज मां की ममता का मोल बच्चे नहीं समझते मां-बाप के धन दौलत पर बच्चे निगाहें गढाए रखतें हैं सिर्फ धन के लालच में मां-बाप की बेमन से देखरेख कर रहें हैं आज के वर्तमान परिवेश में हर धर में घट रही घटनाओं का वर्णन किया गया
आध्यात्मिक योगिनी राजगुरु माता उमराव कंवर जी महाराज साहिल मुनि जी महाराज का जन्म दिवस गुणानुवाद सभा के रुप में जय आनंद मधुकर रतन भवन बांधा तालाब दुर्ग में मनाईं गई साध्वी सु मंगल प्रभा जी साध्वी सुवृद्धि साध्वी प्रांजल श्री ने अपने भाव व्यक्त किये
मास खमण वंदना का आज हुआ समापन
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26 जुलाई से प्रारंभ हुए मांस खमण वंदना में बड़ी संख्या में बच्चे, युवा बुजुर्ग महिलाओं सहित सभी ने 31 बार विधी युक्त वंदना प्रस्तुत की 26 जुलाई को एक वंदना से प्रारंभ हुई साधना 31वंदना में आज समापन हुआ
जय आनंद मधुकर रतन भवन भवन में प्रतिदिन आचार्य सम्राट जयमल जी महाराज द्वारा रचित बड़ी साधु वंदना के विषय में साध्वी मंडल द्वारा प्रभु वाणी का रसपान कराया जा रहा है जिसमें बड़ी संख्या में जैन समाज के लोग प्रवचन का श्रवण करने नित प्रतिदिन जय आनंद मधुकर रतन भगवान आ रहे हैं अभी साध्वी जी के सानिध्य में सिद्धि तप का छटवां चक्र चल रहा है इस साधना में जैन समाज के श्रावक श्राविका तप की साधना कर रहे हैं साध्वी
सुवृद्धि श्री जी की सिद्धि तप से उपवास की साधना हर्ष और उल्लास के वातावरण में गतिमान है