विराग मुनि की आध्यात्मिक प्रवचन श्रृंखला से रायपुर शहरवासी लाभान्वित

  5 जुलाई। जैन संत श्री विरागमुनि जी का रायपुर प्रवेश हो चुका है और वे जिनवाणी की वर्षा करते हुए शहर के श्रावक-श्राविकाओं को प्रभावित कर रहे हैं। जिनवाणी की वर्षा ऋतु के क्रम में शुक्रवार को दीर्घ तपस्वी श्री विरागमुनिजी के

परम श्रद्धेय गुरुदेव स्वामी जी श्री ब्रजलाल जी महाराज के 41 वें पुण्य स्मरण दिवस पर शत शत वंदन । : महासती डॉ श्री सुप्रभा जी म. सा. “सुधा”

  समतायोगी उप-प्रवर्तक स्वामी जी श्री ब्रजलाल जी महाराज का जन्म तिंवरी ग्राम में वसंत पंचमी, विक्रम संवत 1958 को हुआ था। आपके पिता जी श्री अमोलकचंद जी श्रीश्रीमाल और माता जी श्री चंपाबाई थीं । अल्पवर्षा में इन्होंने उच्च वैराग्य के साथ

आचार्य सम्राट श्री विधासागर जी पर केन्द्रित 582 समाचार पत्रों की प्रदर्शनी, मोहला के तेजकरण जैन हुए सम्मानित

आचार्य सम्राट श्री विद्यासागर जी पर विशाल संकलन की प्रदर्शनी, 582 समाचार पत्रों का संग्रह  मोहला के तेजकरण को गुरु विद्या रत्न सम्मान मोहला, रविवार को ग्राम भिलाई में प्रदर्शनी लगी और गुरु के महत्व के प्रति जागरूक चर्चा में आने वाले मोहला

श्रमण संघ स्वाध्याय मंडल दुर्ग के पदम छाजेड़ अध्यक्ष योगेश पारख मंत्री नितिन कोष प्रमुख

दुर्ग सामाजिक सांस्कृतिक एवं रचनात्मक कार्यक्रमों के साथ दुर्ग शहर में अपनी अलग पहचान बनाने वाली संस्था श्रमण संघ स्वाध्याय मंडल दुर्ग की वार्षिक बैठक आज गोयल फार्म हाउस में कुम्हारी में आयोजित की गई थी श्रमण संघ स्वाध्याय मंडल के सदस्यों ने

नागपुर में भक्तांबर गर्भ संस्कार महोत्सव 2024 का आयोजन शहर की सुनीता लुनिया हुई सम्मानित

अंतर्राष्ट्रीय भक्तमार हीलिंग एंड रिसर्च फाउंडेशन के सी एम डी डॉ अनीश जैन की संकल्पना भक्तामर स्तोत्र की महिमा का गुणानुवाद कल २३/६/२०२४ को नागपुर के सुरेश भट्ट सभागृह में जीवंत साकार होते नज और आई आयोजन का शुभारंभ मुंबई से आमंत्रित सुप्रसिद्ध

साध्वी सु मंगल प्रभा जी का अपनी साध्वी समुदाय के साथ छत्तीसगढ़ की पावन धरा पर मंगल प्रवेश डोंगरगढ़ महावीर भवन में विराजमान दुर्ग के आनंद मधुकर रतन भवन में चातुर्मास करेंगी

साध्वी सु मंगल प्रभा जी का छत्तीसगढ़ की धरती पर प्रारंभ श्रमण संघ के जय आनंद मधुकर रतन भवन में होगा आध्यात्मिक वर्षावास दुर्ग / इंदौर मध्य प्रदेश का चातुर्मास संपन्न कर छत्तीसगढ़ की धरती पर पहली बार प्रवेश करने वाली साध्वी प्रवचन

मानवता की अद्भुत मिशाल थे श्री मेघराज जी जैन जीवन पर्यन्त लोगों का किया खुब सहयोग

नवीन संचेती, दुर्ग छत्तीसगढ़  आओ हम इनका अनुसरण करें दुर्ग जैन समाज का ऐसा अनमोल सितारा जिसे हम क्षितिज का ध्रुव तारा भी कहे तो कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी जिन्होंने अपना पूरा जीवन नैतिक सिद्धांतों पर जिया और परिवार के हर सदस्यों को

बेगू राजस्थान में 7 संयमी साधकों की जैन भगवती दीक्षा संपन्न छत्तीसगढ़ के विभिन्न क्षेत्रों से लोग इस महोत्सव के साक्षी बने

अब इन नमो से पहचानिए सौरभ संचेती – राम सौरभ मुनि सौरभ भूरा – राम सूर्य मुनि श्रीमती आशा श्री श्रीमाल- रामशा श्री जी प्रणिता बाफना – राम प्रणिता श्रीजी शैली बाफना – राम शैली श्रीजी त्रिशला धम्मणी – रामात्रया श्री जी दिक्षित

बुटाटी धाम लकवा के मरीजों को देता है नया जीवनदान

  बुटाटी धाम, मेड़ता रोड राजस्थान से 27 किलोमीटर दूर रिपोर्ट : नवीन संचेती दुर्ग  नागौर अजमेर हाईवे के बीच मेड़ता शहर से 30 किलोमीटर की दूरी पर बसा एक छोटा सा गांव है जिसे पूरे भारतवर्ष में बुटाटी धाम के नाम से

शख्सियत …… श्री पारस मल जी संचेती उम्र के इस पड़ाव में सजगता से धर्म आराधना ,जीव दया एवं मानव सेवा साधु साध्वी की सेवा में उत्कृष्ट योगदान

व्यक्तित्व जैन समाज की श्री पारस मल जी संचेती दुर्ग छत्तीसगढ़   दुर्ग छत्तीसगढ़ का लब्ध प्रतिष्ठित संचेती परिवार के वरिष्ठ सुश्रावक धर्म, संघ के हर सेवा भाभी कार्य में सहयोग प्रदान करने वाले श्री पारसमल जी संचेती का जन्म जोधपुर जिले के