जैन साध्वी विनीत प्रज्ञा ने कहा अहंकार छोड़ो प्रेम अपनाएं अभिमान से हजारों साल की साधना भी निष्फल हो जाती है

आमेट के जैन स्थानक मे जैन साध्वी विनीत प्रज्ञा ने कहा अहंकार छोड़ो प्रेम अपनाएं अभिमान से हजारों साल की साधना भी निष्फल हो जाती है और प्रेम वात्सल्य से नौ दिन की साधना भी आत्मकल्याण का कारक बन जाती है। अभिमान को

आचार्य आनंद ऋषि का लक्ष्य ज्ञान को सबमें बांटना रहता था : युवाचार्य महेंद्र ऋषि

आचार्य आनंद ऋषि का लक्ष्य ज्ञान को सबमें बाँटना रहता था : युवााचार्य महेंद्र ऋषि एम्सकेएम में नव दिव्य आनंद जन्मोत्सव का पंचम दिवस.. 1 अगस्त चेन्नेई। एम्सकेएम जैन मेमोरियल सेंटर में चातुर्मासार्थ विराजित श्रमण संघीय युवााचार्य महेंद्र ऋषि महाराज ने नव दिव्य

युवाचार्य भगवन के सानिध्य में आनंद जन्मोत्सव का तीसरा दिन हर्ष और उल्लास के वातावरण में हो रहे आयोजन

शिक्षण के साथ प्रशिक्षण भी अत्यंत आवश्यक : युवा श्रीाचार्य ऋषि जी  31 जुलाई चेन्नेई। शिक्षण के साथ प्रशिक्षण भी आवश्यक है। रविवार को एम्सकेम जैन मेमोरियल सेंटर में नौ दिवसीय आनंद जन्मोत्सव के चतुर्थ दिवस विशाल प्रवचन धर्मसभा में श्रमणसंघीय युवााचार्य महेंद्र

अन्न से ही जीवन का निर्माण होता है, आमेट के स्थानक भवन में साध्वी चंदन बाला जी ने कहा

आमेटके जैन स्थानक मे चातुर्मास विराजित साध्वी चन्दन बाला ने कहा   की सबसे पहला पुण्य है, अन्न पुण्य। अन्न के आधार पर ही प्राण टिके रहते है। अत्र ही जीवन का अवलंबन है। अन्न से ही जीवन का निर्माण भी होता है।

तप की महिमा अपरम्पार है इससे जुड़े प्रेरणा लें ओर अपना जीवन आत्मसाध करें

तप की महिमा अपरम्पार हे इससे जुड़े,ओर जीने का आनंद लें : साध्वी सु मंगल प्रभा जी रिपोर्ट : नवीन संचेती जय आनंद मधुकर रतन भवन बांध तालाब दुर्गा की धर्म सभा को संबोधित करते हुए साध्वी शुभ मंगल प्रभा ने कहा की

एकाग्रता से पाया हुआ ज्ञान भविष्य को मजबूत बनाता है युवाचार्य भगवंत श्री महेन्द्र ऋषि जी ऋषि जी

  एकाग्रचित्त से पाया हुआ ज्ञान हमारे भविष्य को मजबूत बनाता है..युवाचार्य महेंद्र ऋषि महाराज   30 जुलाई चैन्नेई। एकाग्रचित्त से पाया हुआ ज्ञान हमारे भविष्य को मजबूत बनाता है। मंगलवार को एएमकेएम जैन मेमोरियल सेंटर में आयोजित विशाल प्रवचन धर्मसभा मे श्रमण

आमेट स्थानक भवन में धर्म ध्यान की लहर साध्वी श्री के सानिध्य में हो रहे सामाजिक आयोजन

साध्वी आनंद प्रभा जी के प्रेरक उद्बोधन  की सुख-दुख का निर्धारण् स्वंय के कर्म होते हैं। कर्मानुसार ही फल प्राप्त होता है। पाप का प्रतिफल स्वंय को भुगतना पड़ता है। इसमेें कोई सहभागिता नहीं कर सकता है। सुख मे आपके साथ रहने वालों

युवाचार्य भगवान के सानिध्य में ज्ञान की बरसात गुरु आनंद एवं गुरु सौभाग्य का हुआ गुणगान

साधना के बिना संयम सफल नहीं होता.. युवााचार्य महेंद्र ऋषि महाराज एम्सकेएम में आनंद ऋषि व सौभाग्यमल म.सा. का हुआ गुणगान 29 जुलाई चेन्नई।साधना के बिना संयम सफल नहीं होता।संयम विचारधारा हो सकती है जिसमें स्वाध्याय का आलंबन हो।सोमवार को एम.के.एम.जैन मेमोरियल सेंटर

आमेट की पावन धरती पर साध्वी समुदाय के प्रेरक प्रवचन

आमेट के जैन स्थानक मे  जैन साध्वी विनीत रूप प्रज्ञा ने कहा जैन धर्म के अनुसार हर आत्मा का असली स्वभाव भगवंता है और हर आत्मा में अनंत दर्शन, अनंत शक्ति, अनंत ज्ञान और अनंत सुख है। आत्मा और कर्म पुद्गल के बंधन

मनुष्य जीवन अनमोल है त्याग और तपस्या से मोक्ष के द्वार खुलते हैं : मुनि श्री

मनुष्य जन्म अनमोल, त्याग तपस्या व साधना से खुलते मोक्ष के द्वार-हरीशमुनिजी म.सा. पुण्यशाली आत्माओं की संगत से जीवन बनता पावन- सचिनमुनिजी म.सा. अम्बाजी के अंबिका जैन भवन में पूज्य मुकेशमुनिजी के सानिध्य में चातुर्मासिक प्रवचन अम्बाजी, 28 जुलाई। जीवन में संगत का