अंतर्राष्ट्रीय भक्तमार हीलिंग एंड रिसर्च फाउंडेशन के सी एम डी डॉ अनीश जैन की संकल्पना भक्तामर स्तोत्र की महिमा का गुणानुवाद कल २३/६/२०२४ को नागपुर के सुरेश भट्ट सभागृह में जीवंत साकार होते नज और आई
आयोजन का शुभारंभ मुंबई से आमंत्रित सुप्रसिद्ध गायक कुमार चटर्जी के मंत्रोच्चार के मंगलाचरण के साथ हुआ, जिन्होंने मंत्रोच्चार का पाठ विभिन्न रागों में कर सभागृह का वातावरण भक्तिमय कर दिया
इसके बाद विशिष्ट अतिथि भूतपूर्व राज्यसभा सांसद एवं लोकप्रिय समाचार पत्र लोकमत के स्रोत माननीय श्री विजय दार्दा जी श्री मनिन्द्रजी जैन दिल्ली श्री दिलीप जी घेवारे मुंबई जॉनीकांत जी दिल्ली अनिल जी सुनहरी दिल्ली आदि आमंत्रित अतिथियों ने मंच की शोभा बढ़ाई
डॉ. मंजू जी जैन सुप्रसिद्ध भक्तामर हीलर ने अपना उद्बोधन दिया इसके बाद संजय पेनसे जी के साधे हुए निर्देशन में भक्तामर स्तोत्र के पहले और छठवीं काव्य की महिमा का कुशल मंचन किया गया
भजन सम्राट राजीव जी जैन के द्वारा भक्तामर का संगीतमय पाठ 4800 एलईडी दीयों के साथ हुआ जिसमें हाल में उपस्थित हर व्यक्ति सब कुछ भूल कर एक अद्वितीय भक्ति में ज़ूम उठा
विभिन्न शहरों से पढ़े गए भक्तों के दीवानों ने अपने स्वयं के अनुभव श्रोताओं के साथ साझा किए कि कैसे उनके भक्तों के श्रद्धा से जुड़े पाठ से जीवन में क्या परिवर्तन महसूस हुआ
अंतर्राष्ट्रीय भक्तमर हीलिंग एंड रिसर्च फाउंडेशन की ओर से भव्य अवार्ड समारोह का आयोजन किया गया, जिसमें राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विभिन्न क्षेत्रों में विशिष्ट व्यक्तित्वों का सत्कार किया गया,
कार्यक्रम की अंतिम कड़ी में देशभर से पधारी लगभग 75 मरूमाताओं की अद्भुत गोद भरी डॉ. अनीश जैन के गर्भ संस्कार के उद्बोधन और अनिल जी सुनहरी ने अपनी टीम के साथ मरूमाताओं के गुलाब जल से चरण वंदन किया, जिसमें विभिन्न राज्यों से सम्मानित अतिथियों और सकल नागपुर जैन समाज के विभिन्न महिला मंडलों द्वारा
एक अद्भुत और अनूठी आयोजन की संकल्पना की गई।
श्रीमती रिचा जी डॉ मंजू जैन संगीता राकांजी श्री आनंद जी जैन श्री आशीष पंचम लाल जी श्री सतीश पेंढारी जी श्री भरत बटवियाजी श्री सुरेश ओसवाल जी धन संस लॉन श्री सुभाष कोटेचा श्री आनंद झामड श्रीअंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय स्तर से प्राप्त सहयोग से ही साकार रूप ले
इस कार्यक्रम की एक महत्वपूर्ण सफलता यह रही कि खटीक समाज के सुरेश भाई ने अपने पुश्तैनी व्यवसाय का त्याग और कुशल शाखा का संकल्प लिया
आए हुए सभी पर्यटकों के लिए उत्तम भोजन और गन्ना रस की व्यवस्था भी की गई थी
सकल नागपुर जैन समाज के विभिन्न पहलुओं और परिवेशों तथा भक्तों के दीवानों के सहयोग के बिना इस कार्यक्रम की सफलता अधूरी रहेगी !