• 27 मई 2024, सोमवार को प्रातः पूज्य आचार्य श्री विजय नीतिसूरिजी महाराज साहब के समुदाय के साध्वीजी श्री मंगलवर्धनाश्रीजी महाराज आदि ठाणा 6 भरूच से देरोल के लिये विहार कर रहे थे. उन्होंने देखा कि एक व्यक्ति निरंतर उनके पीछे आ रहा है.
• भरूच विहार ग्रुप के कार्यकर्ता साध्वीजी के साथ थे. उन्होंने रुककर कई बार उस सख्स पर नजर भी रखी. कुछ किलोमीटर पीछे चलकर वह व्यक्ति कहीं चला गया.
• इधर देरोल गांव आने को था. साध्वीजी की आज्ञा लेकर विहार ग्रुप के कार्यकर्ता भरूच के लिये रवाना हुये.
• कुछ ही देर बाद वो सख्स वापस आया. पीछे जोर-जोर से चिल्लाकर वह साध्वीजी को डराने लगा. थोड़ी देर में वह व्यक्ति साध्वीजी के अत्यधिक निकट आ गया. साध्वीजी ने उसे दूर जाने को कहा. वह नहीं माना. साध्वीजी चिल्लाकर बोले. फिर भी वह छेड़खानी करने लगा. तब बड़े साध्वीजी महाराज ने सभी साध्वीजी को रुकने का निर्देश दिया. इतने में उसने बड़े साध्वीजी को धक्का लगाकर नीचे गिरा दिया.
• इसके बाद उसने अपना बेल्ट निकाला और सभी साध्वीजी की जोर से पिटाई करने लगा. उसने एक साध्वीजी को करीब 7-8 बेल्ट लगाये. अन्य दो साध्वीजी को तीन-तीन, चार-चार बेल्ट मारे.
• इस दौरान वहां से 3-4 बाइक सवार गुजरे. लेकिन किसी ने साध्वीजी की सहायता नहीं की. तभी एक ठाकोर जाती का व्यक्ति सब्जी लेने भरूच जा रहा था. उसने जैन साध्वीजी को पीटते हुए देखा. वह रुका और उस बदमाश का प्रतिकार करने बीच में आया. बदमाश ने उस व्यक्ति को भी बेल्ट से पीटा.
• इतने में वहां लोग इक्कठे होने लग गये तो वो बदमाश भाग गया. इन ठाकोर लोगों ने उसकी चारों ओर खोजबीन की. आखिरकार देरोल चौराहे पर वह पकड़ा गया. लोगों ने उसकी पिटायी की. फिर पुलिस को बुलाया गया. पुलिस उसे गिरफ्तार कर भरूच लायी है.
• मैंने साध्वीजी महाराज से पूरी घटना की विस्तृत जानकारी ली. स्थानीय शांतिलालजी श्रॉफ, रुचितभाई, हेमिनभाई और उनके मित्रों ने कानूनी कार्यवाही की बागडोर संभाली है. हेमिनभाई ने FIR की है.
• पुलिस ने साध्वीजी महाराज के बयान लिये हैं. भरूच SP से भी मैंने बात की. उन्होंने समुचित कार्यवाही का आश्वासन दिया है. कुछ हिन्दू संगठनों के पदाधिकारियों ने भी दबाव डाला है.
• सचमुच, ठाकोर समाज के लोग समय पर पहुंच कर अगर सहायता नहीं करते तो साध्वीजी के साथ बहुत बड़ी अनहोनी घटना हो जाती.
• अपराधी भरूच का निवासी मुसलमान है. उसका नाम अल्ताफ हुसेन हमीदभाई शेख हैं. वह 44 वर्ष का है. उसको मनोरोगी या पागल मानना मूर्खता है. यह जान बूझकर किया गया अपराध है. इस घटना को सामान्य समझना जैन समाज की बहुत बड़ी भूल होगी.
• देरोल चौराहे पर 7-8 लोगों के टूट पड़ने पर वह मुश्किल से पकड़ में आया. साध्वीजी के प्रतिकार की कोशिशों का उस पर कोई असर नहीं हुआ. सभी साध्वीजी डर गई थीं.
• अभी थोड़ी देर पहले FIR हुई है. FIR नंबर है : 11199011240329/2024
• इंडियन पीनल कोर्ट की धारा 323, 341, 295 (A), 354, 354 (D), 504, 504 (2) के अंतर्गत अपराध की कार्यवाही होगी.
• कल सवेरे से बरोड़ा पहुंचने तक साध्वीजी के लिये पुलिस सुरक्षा का प्रबंध किया गया है. गृहमंत्री हर्षभाई संघवी को मैसेज दिये हैं. उनके प्रत्युत्तर की प्रतीक्षा है.
• समाज के लिये ऐसी घटनाएं झकझोर देने वाली हैं. यह आने वाले विकट समय के संकेत हैं. मैं निरंतर प्रवचनों में कह रहा हूं कि कुछ वर्षों में दक्षिण भारत में युवा साध्वीजी महाराज के विहार तो बाकायदा बंद कर देने पड़ेंगे. गुजरात में ऐसा होना तो अत्यधिक अघातजनक है.
• श्रीसंघ और समाज के लोग संगठित बनें और बदमाशों पर लगाम कसने के लिये सभी अपने-अपने शक्ति-सामर्थ्य को काम में लगायें, यही अपेक्षा है. आगे की कार्यवाही पर नज़र रखनी हैं.
– आचार्य विमलसागरसूरि
(दावणगेरे, कर्नाटक)