स्वस्तिक जाप से पंचतीर्थ की आराधना,सर्वमंगल की कामना जिनवाणी ही सुधार सकती हमारा भव-कंचनकंवरजी म.सा.
स्वस्तिक जाप से पंचतीर्थ की आराधना, सर्वमंगल की कामना
जिनवाणी ही सुधार सकती है हमारा भव-कंचनकंवरजी म.सा.
बाबूनगर महावीर भवन में स्वस्तिक जाप में धनुरे श्रावक-श्राविकाएं
11 अगस्त। श्रमण संघ के प्रथम युवाचार्य पूज्य श्री मिश्रीमलजी म.सा.’मधुकर’ के प्रधान सुशिष्य उप प्रवर्तक पूज्य विनयमुनिजी म.सा.’भीम’ की आज्ञानुवर्तिनी शासन प्रभाविका पूज्य महासाध्वी कंचनकुंवरजी म.सा. रविवार को आदि राज्य के सानिध्य में महावीर भवन बाबूनगर श्रीसंघ के आटोमोटिका में भव्य स्वस्तिक जाप का आयोजन किया गया। जापान के श्यामलानगर, चन्द्रशेखर आज़ादनगर, न्यू आज़ादनगर, पटेलनगर शहर के विभिन्न इलाकों से सैकडो श्रावक-श्राविकाएं शामिल हैं। स्वस्तिक जाप के अंतर्गत पंच तीर्थंकर की आराधना करते हुए नेमी पारस महावीर, शांति जिनेश्वर हरये पीर का जाप किया गया। जाप के माध्यम से सर्वमंगल और सर्व कल्याण की कामना की गई। प्रखर वक्ता ऑटोमोबाइल डॉ. सुलोचनाश्री एम.सा. नेप प्लास्टिक प्लास्टिसिन। उन्होंने कहा कि इस प्रकार का जप करने से तीर्थयात्रियों की स्तुति के साथ हमारे जीवन के लक्ष्य दूर होकर विपुल कर्म निर्जरा होता है। जापान के बाद आयोजित प्रवचन में पूज्य कंचनकंवरजी म.सा. उन्होंने कहा कि चातुर्मास में जिनवाणी श्रवण का जो अवसर मिले, उसे पूरा लाभ मिलना चाहिए। ऐसा अवसर सौभाग्य से ही प्राप्त होता है। धर्म करने के लिए समय निश्चित करना चाहिए। हमने आज धर्म किया तो उसका फल भविष्य में भी संभव है या आज धर्म नहीं मिला तो उसके परिणाम भी हमें बाद में पढ़ेंगे। उत्तराखंड सुलोचनाश्री म.सा. उन्होंने कहा कि सुख हो या दुख धर्म का पालन कभी नहीं करना चाहिए। सुख में भी जो धर्म रहता है उसके जीवन में दुःख का आगमन नहीं होता। समभाव में सीखना सीखे तो जीवन सहज और सरल बन जाता है। व्याख्यान मधुर डॉ. सुलक्षणाश्री म.सा. यह भी विचार किया. धर्मसभा में उस समय हर्ष-हर्ष के जयकारे लगाए गए जब सुश्राविका उषा कोठारी ने सात उपवास के प्रत्याख्यान पूज्य कंचनकंवरजी म.सा. कैरा मुखबिन्द से ग्रहण। धर्मसभा का संचालन बाबूनगर श्रीसंघ के मंत्री अनिल विशलोत ने किया। जाप संस्था को सफल बनाने में श्रीसंघ के साथ श्रीचंदनबाला महिला मंडल, श्री पार्श्वनाथ नवयुवक मंडल, श्री बसंत मंडल मंडल के मंडल का भी भरपुर से सहयोग प्राप्त हुआ। प्रभावना के अतिथि राकेशजी उषाजी कोठारी परिवार भव्यनगर रह रहे हैं। प्रवचन के बाद प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इसमें चंदनबाला महिला मंडल की अध्यक्ष आशा चौधरी और अन्य मंडलों का भी सहयोग मिला।